ऊठ मुकुंदा सरली रात
ऊठ मुकुंदा सरली रात
सोनपाउली आली पहाट
आकाशातील विझल्या तारा
झुळझुळतो हा पहाट वारा
समईतली मंदावे वात
मिटली कळी उघडी डोळे
पालवीतुनी किलबिल चाले
उंच आरवी सृष्टीचा भाट
गोधणीतली हंबरे धेनू
गोपाळ रानी वाजवी वेणु
आनंद दाटे दशदिशांत
सोनपाउली आली पहाट
आकाशातील विझल्या तारा
झुळझुळतो हा पहाट वारा
समईतली मंदावे वात
मिटली कळी उघडी डोळे
पालवीतुनी किलबिल चाले
उंच आरवी सृष्टीचा भाट
गोधणीतली हंबरे धेनू
गोपाळ रानी वाजवी वेणु
आनंद दाटे दशदिशांत
गीत | - | मधुकर जोशी |
संगीत | - | गजानन शिर्के, द्वारकानाथ भोसले |
स्वर | - | सुमन कल्याणपूर |
चित्रपट | - | सप्तपदी |
गीत प्रकार | - | चित्रगीत, हे श्यामसुंदर |
आराव (आरव) | - | शब्द, आवाज. |
धेनु | - | गाय. |
वेणु | - | बासरी. |
Please consider the environment before printing.
कागद वाचवा.
कृपया पर्यावरणाचा विचार करा.