गणराज रंगि नाचतो
गणराज रंगि नाचतो नाचतो
पायि घागर्या करिती रुणझुण
नाद स्वर्गि पोचतो !
कटि पीताम्बर कसुन भर्जरी
बाल गजानन नर्तनास करी
तुंदिल तनु तरि चपल साजिरी
लावण्ये साजतो !
नारद तुंबरु करिती गायन
करी शारदा वीणावादन
ब्रह्मा धरितो तालहि रंगुन
मृदंग धिमि वाजतो !
देवसभा घनदाट बैसली
नृत्यगायने मने हर्षली
गौरीसंगे स्वये सदाशिव
शिशुकौतुक पाहतो !
पायि घागर्या करिती रुणझुण
नाद स्वर्गि पोचतो !
कटि पीताम्बर कसुन भर्जरी
बाल गजानन नर्तनास करी
तुंदिल तनु तरि चपल साजिरी
लावण्ये साजतो !
नारद तुंबरु करिती गायन
करी शारदा वीणावादन
ब्रह्मा धरितो तालहि रंगुन
मृदंग धिमि वाजतो !
देवसभा घनदाट बैसली
नृत्यगायने मने हर्षली
गौरीसंगे स्वये सदाशिव
शिशुकौतुक पाहतो !
गीत | - | शान्ता शेळके |
संगीत | - | पं. हृदयनाथ मंगेशकर |
स्वर | - | लता मंगेशकर |
गीत प्रकार | - | प्रथम तुला वंदितो, भक्तीगीत |
कटि | - | कंबर. |
घागरी | - | पैंजण. |
तुंदिल | - | लठ्ठ. |
तुंबरु | - | गंधर्व. |
स्वये | - | स्वत: |
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