अधीर मन बावरे
अधीर मन बावरे, घेइ आंदोलनें ।
विविधभावांवरि प्रेमशंकागुणें ॥
दयितहृदयांतलें अणु जरी लाभलें ।
स्थल, विसांवेल मन । कान्तगुणचिंतनें ॥
विविधभावांवरि प्रेमशंकागुणें ॥
दयितहृदयांतलें अणु जरी लाभलें ।
स्थल, विसांवेल मन । कान्तगुणचिंतनें ॥
गीत | - | ना. सी. फडके |
संगीत | - | केशवराव भोळे, हिराबाई बडोदेकर, सुरेशबाबू माने, सवाई गंधर्व |
स्वर | - | हिराबाई बडोदेकर |
नाटक | - | युगान्तर |
राग | - | पटदीप |
ताल | - | झपताल |
गीत प्रकार | - | मना तुझे मनोगत, नाट्यसंगीत |
दयित | - | प्रिय, आवडता. |
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