ये ना सजली स्वप्ने नयनी
ये ना, सजली स्वप्ने नयनी !
ये ना, ये ना, ये ना, ये ना
हसती लहरी चंद्रा बघुनी
उमले कलिका भ्रमरा भुलुनी
झुरते मीलना हळवी रजनी
कितिदा विनवू तुजला अजुनी?
जळते अधिरा विरही हरिणी
का रे छळिसी सारे कळुनी?
ये ना, ये ना, ये ना, ये ना
हसती लहरी चंद्रा बघुनी
उमले कलिका भ्रमरा भुलुनी
झुरते मीलना हळवी रजनी
कितिदा विनवू तुजला अजुनी?
जळते अधिरा विरही हरिणी
का रे छळिसी सारे कळुनी?
गीत | - | वंदना विटणकर |
संगीत | - | राम कदम |
स्वर | - | सुमन कल्याणपूर |
चित्रपट | - | पारध |
गीत प्रकार | - | चित्रगीत, कल्पनेचा कुंचला, नयनांच्या कोंदणी |
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