सुरत पिया की न छिन
सुरत पिया की न छिन बिसराये
हर हरदम उनकी याद आये
नैनन और न कोऊ समाये
तडपत हूं बिलखत रैन निभाये
अखियाँ नीर असुवन झर लाये
साजन बिन मोहे कछु ना सुहावे
बिगरी को मेरे कौन बनावे
हसन रंग अस जी बहेलाये
हर हरदम उनकी याद आये
नैनन और न कोऊ समाये
तडपत हूं बिलखत रैन निभाये
अखियाँ नीर असुवन झर लाये
साजन बिन मोहे कछु ना सुहावे
बिगरी को मेरे कौन बनावे
हसन रंग अस जी बहेलाये
गीत | - | पारंपरिक |
संगीत | - | पं. जितेंद्र अभिषेकी |
स्वर | - | पं. वसंतराव देशपांडे |
नाटक | - | कट्यार काळजात घुसली |
गीत प्रकार | - | नाट्यसंगीत |
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