मी अधना न शिवे भीति
मी अधना, न शिवे भीति मना; योग्या धना चौरचिंतना ॥
रवि हिमकरही भययुत ग्रहणीं, भय नच तें दीपमना, समयीं त्या दीपमना ॥
रवि हिमकरही भययुत ग्रहणीं, भय नच तें दीपमना, समयीं त्या दीपमना ॥
गीत | - | कृ. प्र. खाडिलकर |
संगीत | - | गोविंदराव टेंबे |
स्वराविष्कार | - | ∙ आशा खाडिलकर ∙ मधुवंती दांडेकर ( गायकांची नावे कुठल्याही विशिष्ट क्रमाने दिलेली नाहीत. ) |
नाटक | - | मानापमान |
राग | - | पिलू |
ताल | - | दादरा |
चाल | - | शाम तोरे नयनवा जादु भरे |
गीत प्रकार | - | नाट्यसंगीत |
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