लग्न होईना नाथा
लग्न होईना, नाथा, तात साहिना ॥
सुरवर, माना सहोदर या जना;
त्यागचि तारक, कांता, विरहिमनांना ॥
सुरवर, माना सहोदर या जना;
त्यागचि तारक, कांता, विरहिमनांना ॥
गीत | - | कृ. प्र. खाडिलकर |
संगीत | - | गंधर्व नाटक मंडळी, हिराबाई बडोदेकर |
स्वर | - | बालगंधर्व |
नाटक | - | विद्याहरण |
राग | - | भैरवी |
ताल | - | त्रिवट |
चाल | - | धन्य जाहला, माझा राम पाहिला |
गीत प्रकार | - | नाट्यसंगीत |
सुर | - | देव. |
सहोदर | - | सख्खा भाऊ. |
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