कुणी बाई गुणगुणले
कुणी बाई गुणगुणले
गीत माझिया हृदयी ठसले
मोदभरे उमलल्या कुमुदिनी
शांत सरोवरी तरंग उठले
मानस-मंदिर आनंदले
रम्य स्वरांनी मोहित केले
चंद्रकरांनी क्षणोक्षणी
अंबर अवघे पुलकित झाले
गीत माझिया हृदयी ठसले
मोदभरे उमलल्या कुमुदिनी
शांत सरोवरी तरंग उठले
मानस-मंदिर आनंदले
रम्य स्वरांनी मोहित केले
चंद्रकरांनी क्षणोक्षणी
अंबर अवघे पुलकित झाले
गीत | - | दत्ता डावजेकर |
संगीत | - | दत्ता डावजेकर |
स्वर | - | आशा भोसले |
गीत प्रकार | - | भावगीत |
कुमुदिनी | - | श्वेतकमळाची वेल. |
पुलकित | - | आनंदित. |
मानस | - | मन / चित्त / मानस सरोवर. |
मोद | - | आनंद |
Please consider the environment before printing.
कागद वाचवा.
कृपया पर्यावरणाचा विचार करा.