झुलविले मला का सांग ना
झुलविले मला का सांग ना
करुनिया जिवाची वंचना?
ऐकण्यास नादमधुर
बोल तुझे गोड, चतुर
जीव सख्या होय अतुर
परि का जाशि तू निघुनी दूर
विरहिणी इथे ही अंगना
चंद्रमा नभांगणी
पसरवुनी मोहिनी
उमलविल्या मधु-नलिनी
परि का राहिलास लोपुनी
तुडवुनी हृदयीच्या बंधना?
करुनिया जिवाची वंचना?
ऐकण्यास नादमधुर
बोल तुझे गोड, चतुर
जीव सख्या होय अतुर
परि का जाशि तू निघुनी दूर
विरहिणी इथे ही अंगना
चंद्रमा नभांगणी
पसरवुनी मोहिनी
उमलविल्या मधु-नलिनी
परि का राहिलास लोपुनी
तुडवुनी हृदयीच्या बंधना?
गीत | - | दत्ता डावजेकर |
संगीत | - | दत्ता डावजेकर |
स्वर | - | माणिक वर्मा |
गीत प्रकार | - | भावगीत |
नलिनी | - | कमळ. |
वंचना | - | फसवणूक. |
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