जलविहार करी श्रीहरी
जलविहार करी श्रीहरी
कोमल-श्यामल चरण चुंबिती यमुना जल-लहरी
गगनी मेघसा, जळात माधव
अतुल दाखवी लीला-लाघव
मत्त मयुरीपरी नाचती तीरी व्रजनारी, व्रजनारी
कालिंदीचे करुनी दर्पण
निज बिंबा जणु न्याहळी श्रावण
शीरी उन्हाचा झळके मंदिल सुंदर जरतारी
कोमल-श्यामल चरण चुंबिती यमुना जल-लहरी
गगनी मेघसा, जळात माधव
अतुल दाखवी लीला-लाघव
मत्त मयुरीपरी नाचती तीरी व्रजनारी, व्रजनारी
कालिंदीचे करुनी दर्पण
निज बिंबा जणु न्याहळी श्रावण
शीरी उन्हाचा झळके मंदिल सुंदर जरतारी
गीत | - | ग. दि. माडगूळकर |
संगीत | - | वसंत देसाई |
स्वराविष्कार | - | ∙ आशा भोसले ∙ पं. राम मराठे ( गायकांची नावे कुठल्याही विशिष्ट क्रमाने दिलेली नाहीत. ) |
चित्रपट | - | बाप माझा ब्रह्मचारी |
गीत प्रकार | - | चित्रगीत |
कालिंदी | - | यमुना नदी. कालिंद पर्वतातून उगम पावलेल्या यमुना नदीस कालिंदी म्हणूनही संबोधण्यात येते. |
मंदिल | - | जरीचे पागोटे. |
लाघव | - | आर्जव / माया. |
व्रज | - | गवळ्यांची वाडी, समुदाय. |
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