हुरहुर असते तीच उरी
हुरहुर असते तीच उरी
दिवस बरा की रात्र बरी
कुठला रस्ता सांग खरा
वळणाचा की सरळ बरा
शरीर जाते जळून तरी
धूर खरा की राख खरी
जगणे, मरणे, काय बरे
सुख खरे की दु:ख खरे
दिवस बरा की रात्र बरी
कुठला रस्ता सांग खरा
वळणाचा की सरळ बरा
शरीर जाते जळून तरी
धूर खरा की राख खरी
जगणे, मरणे, काय बरे
सुख खरे की दु:ख खरे
गीत | - | सौमित्र |
संगीत | - | सलील कुलकर्णी |
स्वर | - | शुभा जोशी |
चित्रपट | - | एक उनाड दिवस |
गीत प्रकार | - | चित्रगीत |
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