हीच ती रामांची स्वामिनी
हीच ती रामांची स्वामिनी
चंद्रविरहिणी जणूं रोहिणी
व्याघ्रींमाजी चुकली हरिणी
श्येन-कोटरीं फसे पक्षिणी
हिमप्रदेशीं थिजे वाहिनी
मलिन, कृशांगी तरी सुरेखा
धूमांकित कीं अग्निशलाका
शिशिरीं तरिं ही चंपकशाखा
व्रतधारिणि ही दिसे योगिनी
रुदनें नयनां येइ अंधता
उरे कपोलीं आर्द्र शुष्कता
अनिद्रिता ही चिंताक्रान्ता
मग्न सारखी पती-चिंतनीं
पंकमलिन ही दिसे पद्मजा
खचित असावी सती भूमिजा
किती दारुणा स्थिती दैवजा !
अपमानित ही वनीं मानिनी
असुन सुवर्णा, श्यामल, मलिना
अधोमुखी ही शशांक-वदना
ग्रहण-कालिंची का दिग्ललना
हताश बसली दिशा विसरुनी
संदिग्धार्था जणूं स्मृती ही
अन्यायार्जित संपत्ती ही
अमूर्त कोणी चित्रकृती ही
पराजिता वा कीर्ती विपिनीं
रामवर्णिता आकृति, मुद्रा
बाहुभूषणें, प्रवाल-मुद्रा
निःसंशय ही तीच सु-भद्रा
हीच जानकी जनकनंदिनी
असेच कुंडल, वलयें असलीं
ऋष्यमुकावर होतीं पडलीं
रघुरायांनी तीं ओळखिलीं
अमृत-घटी ये यशोदायिनी
चंद्रविरहिणी जणूं रोहिणी
व्याघ्रींमाजी चुकली हरिणी
श्येन-कोटरीं फसे पक्षिणी
हिमप्रदेशीं थिजे वाहिनी
मलिन, कृशांगी तरी सुरेखा
धूमांकित कीं अग्निशलाका
शिशिरीं तरिं ही चंपकशाखा
व्रतधारिणि ही दिसे योगिनी
रुदनें नयनां येइ अंधता
उरे कपोलीं आर्द्र शुष्कता
अनिद्रिता ही चिंताक्रान्ता
मग्न सारखी पती-चिंतनीं
पंकमलिन ही दिसे पद्मजा
खचित असावी सती भूमिजा
किती दारुणा स्थिती दैवजा !
अपमानित ही वनीं मानिनी
असुन सुवर्णा, श्यामल, मलिना
अधोमुखी ही शशांक-वदना
ग्रहण-कालिंची का दिग्ललना
हताश बसली दिशा विसरुनी
संदिग्धार्था जणूं स्मृती ही
अन्यायार्जित संपत्ती ही
अमूर्त कोणी चित्रकृती ही
पराजिता वा कीर्ती विपिनीं
रामवर्णिता आकृति, मुद्रा
बाहुभूषणें, प्रवाल-मुद्रा
निःसंशय ही तीच सु-भद्रा
हीच जानकी जनकनंदिनी
असेच कुंडल, वलयें असलीं
ऋष्यमुकावर होतीं पडलीं
रघुरायांनी तीं ओळखिलीं
अमृत-घटी ये यशोदायिनी
गीत | - | ग. दि. माडगूळकर |
संगीत | - | सुधीर फडके |
स्वराविष्कार | - | ∙ सुधीर फडके ∙ आकाशवाणी प्रथम प्रसारण ( गायकांची नावे कुठल्याही विशिष्ट क्रमाने दिलेली नाहीत. ) |
राग | - | तिलंग |
गीत प्रकार | - | गीतरामायण, राम निरंजन |
टीप - • गीतरामायण. | ||
• प्रथम प्रसारण दिनांक- १५/१२/१९५५ | ||
• आकाशवाणीवरील प्रथम प्रसारण स्वर- व्ही. एल्. इनामदार. |
आर्द्र | - | ओलावा. |
ऋष्यमूक | - | एक पर्वत. |
कुंडल | - | कानात घालायचे आभूषण. |
कपोल | - | गाल. |
कृशांगी | - | सडपातळ अंगाची स्त्री. |
कोटर | - | झाडातली ढोली. |
घटी | - | घटका, वेळ. |
चंपक | - | (सोन) चाफा. |
धूम | - | धूर. |
नंदिनी | - | कन्या. |
पंक | - | चिखल. |
पद्म | - | कमळ. |
प्रवाल | - | पोवळे. |
भद्र | - | सुशील / नम्र. |
रुदन | - | रडणे. |
विपन्न | - | संकटग्रस्त. |
श्येन | - | ससाणा. |
शलाका | - | काठी, काडी. |
शशांक | - | चंद्र. |
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