दे हाता या शरणागता
दे हाता या शरणागता ।
मदविलसितनदगता पंकयुता मुखमलिना धना हो त्राता ॥
संपदा चपलचरणा । आपदा भोगि नाना । परत ये पद्मसदना ।
कुवलय तव मुख तिला; अजि कमला विनवि तुला, मला घे आतां ॥
मदविलसितनदगता पंकयुता मुखमलिना धना हो त्राता ॥
संपदा चपलचरणा । आपदा भोगि नाना । परत ये पद्मसदना ।
कुवलय तव मुख तिला; अजि कमला विनवि तुला, मला घे आतां ॥
गीत | - | कृ. प्र. खाडिलकर |
संगीत | - | गोविंदराव टेंबे |
स्वराविष्कार | - | ∙ छोटा गंधर्व ∙ खाँसाहेब अब्दुल करीम खाँ ∙ प्रभाकर कारेकर ∙ सुरेश वाडकर ∙ शरद जांभेकर ( गायकांची नावे कुठल्याही विशिष्ट क्रमाने दिलेली नाहीत. ) |
नाटक | - | मानापमान |
राग | - | आनंद भैरवी, मिश्र काफी |
ताल | - | त्रिवट |
चाल | - | 'येरानासामी' या कानडी चालीवर. |
गीत प्रकार | - | नाट्यसंगीत |
कमला | - | लक्ष्मी. |
नद | - | मोठी नदी. |
पंक | - | चिखल. |
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