आम्ही गोकुळच्या नारी
आम्ही गोकुळच्या नारी
मथुरापुरी, निघालो बाजरी
नयनी या भरोनी अंजन
रुणुझुणू पायी पैंजण
अधरांत या गीतगुंजन
स्मरणात चित्तरंजन, सखा श्रीहरी
भामिनी कुणी कामिनी
मृगनयना कुणी मानिनी
घरोघरीच्या आल्या स्वामिनी
लाखात राधिका गुणी रूपसुंदरी
मथुरापुरी, निघालो बाजरी
नयनी या भरोनी अंजन
रुणुझुणू पायी पैंजण
अधरांत या गीतगुंजन
स्मरणात चित्तरंजन, सखा श्रीहरी
भामिनी कुणी कामिनी
मृगनयना कुणी मानिनी
घरोघरीच्या आल्या स्वामिनी
लाखात राधिका गुणी रूपसुंदरी
गीत | - | पी. सावळाराम |
संगीत | - | दत्ता डावजेकर |
स्वर | - | अपर्णा मयेकर |
चित्रपट | - | सून लाडकी या घरची |
गीत प्रकार | - | चित्रगीत, हे श्यामसुंदर |
अंजन | - | काजळ. |
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