आई उदे ग अंबाबाई
आई उदे ग अंबे उदे, उदे
आई उदे ग अंबाबाई !
उदे उदे ग अंबाबाई
गुणगान लेकरू गाई
आई उदे ग अंबाबाई
तुळजापूरची तुकाई आई, गोंधळा ये
कोल्हापूरची लक्ष्मी आई, गोंधळा ये
मातापूरची रेणुका आई, गोंधळा ये
आंबेजोगाई जोगेश्वरी, गोंधळा ये
गुणगान लेकरू गाई
आई उदे ग अंबाबाई
आईची मूर्ती स्वयंभू वरी शोभली सिंहावरी साजरी
सिंहावरी साजरी हिर्यांचा किरीट घातला शिरी
चंडमुंड महिषासूर आईनं धरून रगडला पायी
आई उदे ग अंबे उदे, उदे
गुणगान लेकरू गाई
आई उदे ग अंबाबाई
आला नवरात्राचा महिना, आळवावा आईचा महिमा
आळवावा आईचा महिमा, त्याला काय सांगावी उपमा?
अहो, येळ साधुनी खेळ मांडिला, आशीर्वाद दे आई
आई उदे ग अंबाबाई
गुणगान लेकरू गाई
आई उदे ग अंबाबाई
शिवछत्रपतींची शिवाई, गोंधळा ये
शाहुराजश्रींची अंबाई, गोंधळा ये
विदर्भनिवासिनी चंडी-आई, गोंधळा ये
महाराष्ट्र कुलस्वामिनी आई, गोंधळा ये
गुणगान लेकरू गाई
आई उदे ग अंबाबाई
आई उदे ग अंबाबाई !
उदे उदे ग अंबाबाई
गुणगान लेकरू गाई
आई उदे ग अंबाबाई
तुळजापूरची तुकाई आई, गोंधळा ये
कोल्हापूरची लक्ष्मी आई, गोंधळा ये
मातापूरची रेणुका आई, गोंधळा ये
आंबेजोगाई जोगेश्वरी, गोंधळा ये
गुणगान लेकरू गाई
आई उदे ग अंबाबाई
आईची मूर्ती स्वयंभू वरी शोभली सिंहावरी साजरी
सिंहावरी साजरी हिर्यांचा किरीट घातला शिरी
चंडमुंड महिषासूर आईनं धरून रगडला पायी
आई उदे ग अंबे उदे, उदे
गुणगान लेकरू गाई
आई उदे ग अंबाबाई
आला नवरात्राचा महिना, आळवावा आईचा महिमा
आळवावा आईचा महिमा, त्याला काय सांगावी उपमा?
अहो, येळ साधुनी खेळ मांडिला, आशीर्वाद दे आई
आई उदे ग अंबाबाई
गुणगान लेकरू गाई
आई उदे ग अंबाबाई
शिवछत्रपतींची शिवाई, गोंधळा ये
शाहुराजश्रींची अंबाई, गोंधळा ये
विदर्भनिवासिनी चंडी-आई, गोंधळा ये
महाराष्ट्र कुलस्वामिनी आई, गोंधळा ये
गुणगान लेकरू गाई
आई उदे ग अंबाबाई
गीत | - | जगदीश खेबूडकर |
संगीत | - | राम कदम |
स्वर | - | राम कदम |
चित्रपट | - | आई उदे ग अंबाबाई |
गीत प्रकार | - | लोकगीत, चित्रगीत, या देवी सर्वभूतेषु |
किरीट | - | मुकुट. |
महिषासुर | - | देवी दुर्गेने मारलेला एक राक्षस (असुर). |
Please consider the environment before printing.
कागद वाचवा.
कृपया पर्यावरणाचा विचार करा.